बाल विकास की परिभाषा, क्षेत्र एवं उद्देश्य
बाल विकास ( Child Development )
बाल विकास का अर्थ :-
मानव विकास का अध्ययन मनोविज्ञान की जिस शाखा के अंतर्गत हम करते हैं, उस शाखा को बाल मनोविज्ञान या बाल विकास कहा जाता है। विकास एक निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है। विकास के फलस्वरूप ही बालक विभिन्न प्रकार के अवस्था से गुजरता है। और उसका शारीरिक , मानसिक और सामाजिक विकास होता हैं। इन सभी का अध्ययन ही बाल विकास कहलाता हैं।
बाल विकास की प्रमुख परिभाषाएं :-
ड्रेवर के अनुसार :-“विकास, प्राणी में होने वाला प्रगतिशील परिवर्तन है। जो किसी लक्ष्य की ओर लगातार निर्देशित होता है।
डार्विन के अनुसार:-
बाल विकास व्यवहारों का वह विज्ञान है जो बालक के व्यवहार का अध्ययन गर्भावस्था से मृत्यु प्रयत्न तक करता है।
हरलाक के अनुसार :-
“विकास की सीमा अभिवृद्धि तक ही नहीं है। अपितु इसमें प्रौढ़ावस्था के लक्ष्य की और परिवर्तनों का प्रगतिशील क्रम निहित रहता है। विकास के परिणाम स्वरूप व्यक्ति में अनेक नवीन विशेषताएं स्पष्ट होती हैं।”
बाल विकास के क्षेत्र :-
बाल विकास का क्षेत्र काफी व्यापक है इसके अंतर्गत विकास के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन किया जाता है, जिससे बाल विकास के निम्नलिखित क्षेत्र उजागर होते हैं -
- शारीरिक विकास
- मानसिक विकास
- संवेगात्मक विकास
- सामाजिक विकास
- सृजनात्मकता
- चारित्रिक विकास
- भाषा विकास
बाल विकास के उद्देश्य ( Aims Of Child Development )
1. बाल विकास से शिक्षक को इस बात का ज्ञान होता है कि बालक की अंर्तनिहित शक्तियों का विकास कैसे हो।
2. बाल विकास का मुख्य उद्देश्य बालक का शारीरिक , मानसिक और सामाजिक विकास करना है। ताकि वह आगे चलके राष्ट्र की प्रगति में सहायोग कर सके।
3. बाल विकास के माध्यम से ही बालक का चहुमुखी विकास हो सकता है इससे ही बालक का व्यक्तित्व निखारा जा सकता है।
4. बालविकास का प्रमुख उद्देश्य बालक में निहित शक्तियों का विकास कर उसे कुशल नागरिक बनाना हैं।
5.बालविकास का उद्देश्य बालक के जीवन मे आने वाली विभिन्न कठिनाइयों को दूर करना हैं, ताकि बालक का सर्वांगीण विकास संभव हो सके।
संवेगात्मक विकास -
संवेगात्मक विकास के अंतर्गत संवेग उत्तेजना, पीड़ा, आनंद क्रोध परेशानी, प्रेम आदि का अध्ययन किया जाता है। संवेगात्मक विकास का बालक के जीवन में बहुत महत्व होता है।
शारीरिक विकास -
बाल विकास के अंतर्गत बालक के शारीरिक विकास का अध्ययन भी किया जाता है उसके अंतर्गत बालक के शारीरिक विकास में बाधक तत्वों को जानकर उनको दूर किया जाता है।
मानसिक विकास -
विकास की विभिन्न अवस्थाओं में मानसिक विकास अलग-अलग तरह से प्रभावित होता है इसलिए इसका अध्ययन बाल विकास के अंतर्गत किया जाता है जिससे बालक का मानसिक विकास उसी प्रकार से हो सके।
सामाजिक विकास -
सामाजिक विकास के अंतर्गत बालकों के सामाजिक व्यवहार का अध्ययन किया जाता है।सामाजिक व्यवहार के अंतर्गत परिवार के सदस्यों को पहचानना, उनके प्रति क्रोध एवं प्रेम की प्रतिक्रिया व्यक्त करना ,परिचित से प्रेम तथा आने से भयभीत होना एवं बड़े अन्य व्यक्तियों के कार्य में सहायता देना आदि को शामिल किया जाता है।
बाल विकास से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर :-
( Important Question Answer One Liner )
प्रश्न - खेल के मैदान में कौन सा विकास होता है
उत्तर - शारीरिक विकास, मानसिक विकास, सामाजिक विकास
प्रश्न - बाल विकास का अर्थ है।
उत्तर - बालक का गुणात्मक व परिमाणात्मक परिवर्तन
प्रश्न - बाल विकास को पहले किस नाम से जाता था।
उत्तर - बाल मनोविज्ञान
प्रश्न - विकासात्मक मनोविज्ञान का जनक किसे माना गया है
उत्तर - जीन पियाजे
प्रश्न - बाल अध्ययन का पिता किसे कहा जाता है
उत्तर - स्टेनले हॉल
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