अधिगम के सिद्धांत | Adhigam Ke Siddhant
अधिगम के सिद्धांत
Adhigam Ke Siddhant
दोस्तों CTET, MPTET, UPTET आदि शिक्षक पात्रता परीक्षाओं में अधिगम के सिद्धांतों पर आधारित महत्वपूर्ण प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं। इसलिए आपको अधिगम के सिद्धांतों के बारे में जानना बेहद जरूरी है जिससे आप एग्जाम में इनसे जुड़े प्रश्नों का सही उत्तर दे सकें।
पिछले लेख में हम आपको अधिगम का अर्थ, अधिगम की परिभाषा, अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक तथा अधिगम की विशेषताओं के बारे में बता चुके हैं आज हम इस लेख में अधिगम के सिद्धांतों के बारे में जानेंगे।
अधिगम के सिद्धान्तों के प्रकार :- सीखने के विभिन्न सिद्धान्तों को उनकी प्रकृति के अनुसार दो वर्गों में विभक्त किया गया है-
1. उद्दीपन-अनुक्रिया सिद्धान्त अथवा व्यवहारवादी सिद्धान्त
2. उद्दीपन-उद्दीपन सिद्धान्त अथवा संज्ञानात्मक सिद्धान्त
- उद्दीपन-अनुक्रिया सिद्धान्त अथवा व्यवहारवादी सिद्धान्त :- अधिगम के सिद्धांतों के इस इस वर्ग अंतर्गत थार्नडाइक, स्किनर, पावलॉव, हल, मिलर आदि द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों को रखा गया है। अधिगम सिद्धांतों के इस वर्ग में निम्नलिखित अधिगम सिद्धांतों को रखा गया है-
- उद्दीपन-अनुक्रिया अनुबन्ध सिद्धान्त - थार्नडाइक
(Uddipan anukriya anubandh Siddhant)
- क्रिया-प्रसूत अनुबन्धन सिद्धान्त - स्किनर
(Kriya prasut anubandhan Siddhant)
- पुनर्बलन का सिद्धान्त - सी. एल. हल
(Punarbalan ka Siddhant)
- सम्बद्ध प्रतिक्रिया अनुकूलित अनुक्रिया सिद्धान्त - पावलॉव
(Sambaddh pratikriya / anukulit anukriya)
- एडविन आर. गुथरी का सान्निध्य - एडविन गुथरी
(Adwin R Guthari Ka Sanidhya)
- उद्दीपन-उद्दीपन सिद्धान्त अथवा संज्ञानात्मक सिद्धान्त :- अधिगम के सिद्धांतों के इस वर्ग के अंतर्गत वर्दीमर, कोहलर, कोफ्का, पियाजे उसूबेल, टॉलमैन, ब्रूनर आदि मनोवैज्ञानिकों द्वारा प्रतिपादित सिद्धांतों को रखा गया है अधिगम सिद्धांतों के इस वर्ग में निम्नलिखित संज्ञानात्मक अधिगम सिद्धांतों को रखा गया है-
- अन्तर्दृष्टि / सूझ का सिद्धान्त - कोहलर
(Soojh ka Siddhant)
- संज्ञानात्मक विकास सिद्धान्त - जीन पियाजे
(Sangyanatmak Vikas Siddhant)
- वैण्डुरा का सामाजिक सीखने का सिद्धान्त - अल्बर्ट बंडुरा
(Bandura ka Samajik sikhane ka Siddhant)
- कर्ट लेविन का क्षेत्र सिद्धान्त - कर्ट लेविन (Kurt Lewin ka Kshetra Siddhant)
- अधिगम का साइन-गैस्टाल्ट सिद्धान्त - कोहलर, वर्दीमर, कोफ्का
(Adhigam ka sign gestalt Siddhant)
- ब्रूनर का अधिगम सिद्धान्त - जेरोम ब्रूनर
दोस्तों इस लेख में हमने आपको अधिगम के विभिन्न सिद्धांतों का सामान्य परिचय दिया है। आगामी लेख में हम इन सिद्धांतों के बारे में विस्तार से जानेंगे, जिनमें हम अधिगम के सिद्धांतों और उनके प्रतिपादकों के बारे में जानेंगे साथ ही साथ यह भी जानेंगे कि उन्होंने यह प्रयोग किस-किस पर किए तथा इनके उपनाम क्या है।
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